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  • 10 दिल्ली पर्यटन स्थल जहाँ आपको छुट्टियों के दौरान आना चाहिए!
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दिल्ली भारत की राजधानी होने के साथ-साथ इतिहास, संस्कृति और भोजन का भी खजाना है। यहाँ घूमने के लिए अनेक पर्यटन स्थल मौजूद हैं, जिनमें से कुछ बेहतरीन जगहों को हम इस लेख में लेकर आए हैं। चाहे कोई इतिहास प्रेमी हों या फिर धार्मिक, दिल्ली हर किसी के लिए कुछ न कुछ जरूर रखती है।

 

आइए इस लेख में, हम दिल्ली के 10 ऐसे ही बेहतरीन पर्यटन स्थलों के बारे में जानेंगे, जहाँ हर दिल्ली में घूमने आने वाले को अपनी छुट्टियों के दौरान अवश्य जाना चाहिए।

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10 प्रसिद्ध दिल्ली पर्यटन स्थल

भारत की राजधानी दिल्ली, न केवल इतिहास और संस्कृति का खजाना है, बल्कि यह पर्यटकों के लिए भी एक स्वर्ग है। आइए हम दिल्ली के 10 ऐसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की सैर पर ले चलें, जहाँ हमें अपनी छुट्टियों के दौरान अवश्य जाना चाहिए:

अक्षरधाम मंदिर

दिल्ली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक, अक्षरधाम मंदिर, भगवान स्वामिनारायण को समर्पित एक भव्य हिंदू मंदिर है। यह मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला, मनोरम मूर्तियों और कलाकृतियों के लिए जाना जाता है। यदि दिल्ली की यात्रा कर रहे हैं, तो यह मंदिर निश्चित रूप से दर्शन के लायक है। आइए हम अक्षरधाम मंदिर की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:

  • किसने बनवाया: यह मंदिर बोचसनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) द्वारा बनवाया गया था।
  • कब बनवाया: मंदिर का निर्माण 2005 में पूरा हुआ था।
  • प्रवेश शुल्क: मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।
  • खुलने का समय: मंदिर सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।
  • इसके साथ कहाँ जाएँ: लोटस टेम्पल, इंडिया गेट और चांदनी चौक जैसे आसपास के अन्य पर्यटन स्थलों की भी यात्रा कर सकते हैं।
  • टिप्स: मंदिर में प्रवेश करते समय विनम्र कपड़े पहनें।
  • निकटतम मेट्रो स्टेशन: अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन (ब्लू लाइन)
  • दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 23 किलोमीटर
  • लागत: यात्रा और भोजन के खर्च सहित, एक व्यक्ति के लिए एक दिन की यात्रा का अनुमानित खर्च रु.500-रु.1000 होगा।

इंडिया गेट

इंडिया गेट दिल्ली का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है, बल्कि यह वीरता और बलिदान का प्रतीक भी है, जिसे प्रथम विश्व युद्ध और तीसरे अफगान युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था। यह 42 मीटर ऊँचा स्मारक, लाल बलुआ पत्थर और ग्रेनाइट से बना है और अपनी भव्यता और कला के लिए जाना जाता है। आइए हम इंडिया गेट की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:

  • किसने बनवाया: इंडिया गेट को सर एडविन लुटियंस ने डिजाइन किया था और इसे 1931 में बनवाया गया था।
  • कब बनवाया: इसका निर्माण 1919 में शुरू हुआ था और 1931 में पूरा हुआ था।
  • प्रवेश शुल्क: इंडिया गेट में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है।
  • खुलने का समय: यह 24 घंटे खुला रहता है।
  • इसके साथ कहाँ जाएँ: इंडिया गेट के पास ही अमर जवान ज्योति, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक और राजपथ स्थित हैं।
  • टिप्स: इंडिया गेट पर जाने के लिए सुबह या शाम का समय सबसे अच्छा होता है, जब मौसम सुहावना होता है।
  • निकटतम मेट्रो स्टेशन: इंडिया गेट का निकटतम मेट्रो स्टेशन 'खान मार्केट' है।
  • दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डे से इंडिया गेट की दूरी लगभग 16 किलोमीटर है।
  • लागत: दिल्ली हवाई अड्डे से इंडिया गेट तक टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा जाने में लगभग रु.300-रु.400 लग सकते हैं।

इंडिया हैबिटेट सेंटर

इंडिया हैबिटेट सेंटर, दिल्ली में स्थित एक बहुआयामी कला और संस्कृति के प्रेमियों के लिए एक शानदार जगह है। यह कला प्रदर्शनियों, थिएटर प्रस्तुतियों, संगीत कार्यक्रमों, फिल्म स्क्रीनिंग और साहित्यिक कार्यक्रमों सहित विभिन्न कार्यक्रमों की मेजबानी करता है। आइए हम इंडिया हैबिटेट सेंटर की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:

  • किसने बनवाया: यह केंद्र हुडको के अध्यक्ष संतोष शर्मा द्वारा वर्ष 1984 में बनवाया गया था।
  • कब बनवाया: इसका निर्माण 1976 में पूरा हुआ था।
  • प्रवेश शुल्क: इंडिया हैबिटेट सेंटर में प्रवेश के लिए रु.50 का शुल्क है।
  • खुलने का समय: यह केंद्र सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।
  • इसके साथ कहाँ जाएँ: इंडिया हैबिटेट सेंटर के पास ही कई अन्य पर्यटन स्थल हैं जैसे कि लोधी गार्डन, नेशनल म्यूजियम और सुंदर नर्सरी।
  • टिप्स: सेंटर में घूमने के लिए आरामदायक जूते पहनें। यहां कैमरे की अनुमति है, लेकिन फ्लैश का उपयोग करने की अनुमति नहीं है।
  • निकटतम मेट्रो स्टेशन: सेंटर का निकटतम मेट्रो स्टेशन लोधी रोड है।
  • दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डे से इंडिया हैबिटेट सेंटर 16 किलोमीटर दूर है।
  • लागत: एक व्यक्ति के लिए अनुमानित लागत रु.1000-रु.1500 है, जिसमें प्रवेश शुल्क, भोजन और परिवहन शामिल हैं।

इस्कॉन मंदिर

दिल्ली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है इस्कॉन मंदिर, जो भगवान कृष्ण और राधा को समर्पित है। यह मंदिर न केवल अपनी भव्यता और स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों और उत्सवों के लिए भी प्रसिद्ध है। आइए हम इस्कॉन मंदिर की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:

  • किसने बनवाया: इस्कॉन मंदिर का निर्माण 1970 के दशक में अंतर्राष्ट्रीय सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) द्वारा किया गया था।
  • कब बनवाया: मंदिर का निर्माण 1978 में पूरा हुआ था।
  • प्रवेश शुल्क: इस्कॉन मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।
  • खुलने का समय: मंदिर सुबह 4:30 बजे से रात 10:30 बजे तक खुला रहता है।
  • इसके साथ कहाँ जाएँ: इस्कॉन मंदिर के पास ही कई अन्य पर्यटन स्थल भी हैं, जैसे कि लोटस टेम्पल, नेशनल म्यूजियम और इंडिया गेट।
  • टिप्स: मंदिर में प्रवेश करते समय उचित कपड़े पहनें। मंदिर परिसर में शांत रहें और फोटोग्राफी के लिए निर्धारित स्थानों का ही उपयोग करें।
  • निकटतम मेट्रो स्टेशन: इस्कॉन मंदिर का निकटतम मेट्रो स्टेशन हैवलॉक स्क्वायर है।
  • दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: इस्कॉन मंदिर दिल्ली हवाई अड्डे से लगभग 16 किलोमीटर दूर है।
  • लागत: मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है। 

लोटस टेम्पल 

दिल्ली में स्थित कमल के फूल के आकार का लोटस टेम्पल, यह अपनी भव्यता, शांतिपूर्ण वातावरण और अनोखी वास्तुकला के लिए पर्यटकों के बीच खास प्रसिद्ध है। आइए हम लोटस टेम्पल की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:

  • किसने बनवाया: यह मंदिर 1981 में लुईस बोर्गोईस द्वारा डिजाइन किया गया था।
  • कब बनवाया: इसका निर्माण 1986 में पूरा हुआ था।
  • प्रवेश शुल्क: इस मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।
  • खुलने का समय: यह मंदिर सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है।
  • इसके साथ कहाँ जाएँ: लोटस टेम्पल के पास ही कई अन्य पर्यटन स्थल भी हैं, जैसे कि नेहरू पार्क, अक्षरधाम मंदिर, इंडिया गेट।
  • टिप्स: मंदिर में प्रवेश करते समय शालीन कपड़े पहनें व मंदिर परिसर में शोर मचाने से बचें। फोटोग्राफी की अनुमति है, लेकिन मंदिर के अंदर नहीं।
  • निकटतम मेट्रो स्टेशन: लोटस टेम्पल का निकटतम मेट्रो स्टेशन कमल मंदिर मेट्रो स्टेशन (ब्लू लाइन) है। 
  • दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लोटस टेम्पल दिल्ली हवाई अड्डे से लगभग 18 किलोमीटर दूर है।
  • लागत: दिल्ली हवाई अड्डे से लोटस टेम्पल तक टैक्सी या ऑटो रिक्शा का किराया लगभग रु.300-रु.400 होगा।

क़ुतुब मीनार

दिल्ली के प्रसिद्ध स्मारकों में से एक, कुतुब मीनार, अपनी भव्यता और स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है। यह 12वीं शताब्दी में निर्मित 73 मीटर ऊँची ईंट और पत्थर से बनी मीनार है। आइए हम क़ुतुब मीनार की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:

  • किसने बनवाया: कुतुब मीनार का निर्माण 1193 में कुतुबुद्दीन ऐबक ने शुरू करवाया था।
  • कब बनवाया: इसका निर्माण कार्य तीन चरणों में हुआ और इसे पूरा होने में 40 साल लगे, जो मीनार 12वीं शताब्दी में निर्मित हुई थी।
  • प्रवेश शुल्क: भारतीय नागरिकों के लिए रु.30 और विदेशी नागरिकों के लिए रु.500 है। 
  • खुलने का समय: कुतुब मीनार सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। 
  • इसके साथ कहाँ जाएँ: जब कुतुब मीनार जाएँ, तो इसके नजदीक लौह स्तंभ, कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद, अलाई दरवाजा, इमाम बाड़ा आदि भी जरूर घूमें।
  • टिप्स: गर्मी के मौसम में टोपी, सनस्क्रीन और पानी की बोतल साथ ले जाएँ। आरामदायक जूते पहनें क्योंकि थोड़ा चलना पड़ेगा। वैसे मीनार पर चढ़ने की अनुमति नहीं है, लेकिन फोटोग्राफी की अनुमति है।
  • निकटतम मेट्रो स्टेशन: कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन, कुतुब मीनार से पैदल दूरी पर स्थित है। 
  • दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डे से कुतुब मीनार की दूरी लगभग 16 किलोमीटर है।
  • लागत: कुतुब मीनार की यात्रा की कुल लागत व्यक्ति के अनुसार उनके द्वारा किए गए खर्चों पर निर्भर करती है।

चांदनी चौक

चांदनी चौक, पुरानी दिल्ली का दिल है और यह 17वीं शताब्दी से दिल्ली का सबसे व्यस्त और प्रसिद्ध बाजार रहा है। तब से यह बाजार कपड़े, गहने, मसाले, हस्तशिल्प और खाने-पीने की चीजों के लिए प्रसिद्ध रहा है। आइए हम क़ुतुब मीनार की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:

  • किसने बनवाया: यह बाजार मुगल सम्राट शाहजहाँ की बेटी जहाँआरा बेगम ने बनवाया था। 
  • कब बनवाया: यह बाजार 17वीं शताब्दी में शुरू हुआ था। 
  • प्रवेश शुल्क: चांदनी चौक में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है। यह बाज़ार सभी के लिए खुला है।
  • खुलने का समय: चांदनी चौक के अधिकांश दुकानें सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक खुली रहती हैं। कुछ दुकानें देर रात तक भी खुली रह सकती हैं।
  • इसके साथ कहाँ जाएँ: चांदनी चौक के आसपास कई अन्य पर्यटन स्थल भी हैं, जिनमें लाल किला, जामा मस्जिद, कुतुब मीनार और हुमायूं का मकबरा शामिल हैं।
  • टिप्स: चांदनी चौक में सौदेबाजी करना आम बात है, इसलिए दुकानदारों से पूछे गए दाम से कम दाम पर सामान खरीदने का प्रयास करें। बाज़ार में घूमते समय अपने सामान का ध्यान रखें व आरामदायक जूते पहनें क्योंकि बहुत पैदल चलना होगा। गर्मियों में, हाइड्रेटेड रहने के लिए पानी साथ रखें।
  • निकटतम मेट्रो स्टेशन: चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन, बाज़ार के ठीक सामने स्थित है।
  • दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डे से चांदनी चौक लगभग 22 किलोमीटर दूर है।
  • लागत: चांदनी चौक में खरीदारी करने की लागत व्यक्ति द्वारा खरीदे जाने वाली वस्तुओं पर निर्भर करती है। 

छत्तरपुर मंदिर

छतरपुर मंदिर, दिल्ली के दक्षिण में स्थित भगवान लक्ष्मी नारायण को समर्पित एक भव्य हिंदू मंदिर है। यह मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला, सुंदर मूर्तियों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। आइए हम छत्तरपुर मंदिर की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:

  • किसने बनवाया: महाराजा जयसिंह ने 18वीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण करवाया था।
  • कब बनवाया: 1778 में मंदिर का निर्माण शुरू हुआ और 1793 में पूरा हुआ।
  • प्रवेश शुल्क: मंदिर में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है।
  • खुलने का समय: मंदिर सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।
  • इसके साथ कहाँ जाएँ: मंदिर के पास स्थित अन्य मंदिरों, जैसे कि जगन्नाथ मंदिर और राधा कृष्ण मंदिर भी जा सकते हैं।
  • टिप्स: मंदिर में प्रवेश करते समय उचित कपड़े पहनें।
  • निकटतम मेट्रो स्टेशन: छतरपुर मंदिर मेट्रो स्टेशन मंदिर से 2 किलोमीटर दूर है।
  • दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डे से छतरपुर मंदिर 16 किलोमीटर दूर है।
  • लागत: मंदिर तक पहुंचने के लिए मेट्रो, बस या ऑटो रिक्शा ले सकते हैं।

जंतर मंतर

जंतर मंतर, दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह 18वीं शताब्दी में जयपुर के राजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा बनवाया गया था, जो खगोल विज्ञान के प्रबल प्रेमी थे। आइए हम जंतर मंतर की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:

  • किसने बनवाया: जंतर मंतर का निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने 1710 और 1728 के बीच करवाया था।
  • कब बनवाया: जंतर मंतर का निर्माण 1710 से 1728 के बीच हुआ था।
  • प्रवेश शुल्क: जंतर मंतर में भारतीय नागरिकों के लिए रु.30 और विदेशी नागरिकों के लिए रु.500 है। 
  • खुलने का समय: जंतर मंतर सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
  • इसके साथ कहाँ जाएँ: जंतर मंतर के आसपास कई अन्य पर्यटन स्थल भी हैं, जैसे कि लाल किला, चांदनी चौक और जामा मस्जिद।
  • टिप्स: जंतर मंतर घूमने का सबसे अच्छा समय सुबह या शाम का होता है, जब मौसम सुहावना होता है।
  • निकटतम मेट्रो स्टेशन: चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन, जंतर मंतर से 1 किलोमीटर दूर है।
  • दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डा, जंतर मंतर से 16 किलोमीटर दूर है।
  • लागत: दिल्ली में घूमने की लागत व्यक्ति के खर्च करने की आदतों पर निर्भर करती है।

जामा मस्जिद

जामा मस्जिद, दिल्ली में स्थित भारत की सबसे बड़ी मस्जिद है। यह 17वीं शताब्दी में मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा बनवाई गई थी और मुगल वास्तुकला का एक शानदार नमूना है। जामा मस्जिद लाल बलुआ पत्थर से बना है और इसमें चार मीनार और दो गुंबद हैं। मस्जिद का आंगन विशाल है और इसमें एक साथ 25,000 लोग नमाज पढ़ सकते हैं। आइए हम जामा मस्जिद की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:

  • किसने बनवाया: मुगल सम्राट शाहजहाँ
  • कब बनवाया: 1650-1656
  • प्रवेश शुल्क: मुफ्त
  • खुलने का समय: सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक (शुक्रवार को दोपहर 1:30 बजे से 2:30 बजे तक बंद)
  • इसके साथ कहाँ जाएँ: लाल किला, चांदनी चौक, पुरानी दिल्ली
  • टिप्स: मस्जिद में प्रवेश करते समय उचित कपड़े पहनें। महिलाओं को अपना सिर ढंकना होगा।
  • निकटतम मेट्रो स्टेशन: चावड़ी बाज़ार या लाल किला मेट्रो स्टेशन 
  • दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: 22 किलोमीटर
  • लागत: दिल्ली दर्शन बस या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।

पर्सनल लोन दिल्ली में यात्रा करने में कैसे मदद करेगा?

यदि कोई व्यक्ति दिल्ली में यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो आइए जानते हैं कि पर्सनल लोन उसकी दिल्ली में यात्रा करने में कैसे मदद कर सकता है:

  • यात्रा और आवास का खर्च: यदि अस व्यक्ति के पास पर्याप्त बचत नहीं है, तो वह दिल्ली यात्रा के खर्च के लिए पर्सनल लोन ले सकते हैं।
  • अचानक खर्च: यात्रा के दौरान अक्सर अचानक खर्च आ जाते हैं। लोन होने से वह व्यक्ति इन खर्चों को आसानी से उठा सकते हैं।
  • सुविधा और फ्लेक्सबिलटी: व्यक्ति अपनी सुविधानुसार लोन की राशि और चुकाने की अवधि का चुनाव कर सकते हैं।

पर्सनल लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? 

आजकल, पर्सनल लोन प्राप्त करना बहुत आसान हो गया है। आवेदक हीरो फिनकॉर्प की वेबसाइट के माध्यम से निम्नलिखित स्टेप को फॉलो करके आवेदन कर सकता है:

  • वित्तीय संस्थान चुनें: सबसे पहले, अपनी आवश्यकताओं और योग्यता के अनुसार वित्तीय संस्थान चुनें। 
  • ऑनलाइन आवेदन पत्र भरें: हीरो फिनकॉर्प की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ और ऑनलाइन आवेदन पत्र भरें। 
  • आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें: लोन के आवेदन के साथ अपनी पहचान, आय और निवास का प्रमाण जमा करें।
  • लोन की स्वीकृति: हीरो फिनकॉर्प आवेदक के आवेदन का मूल्यांकन करेगा और लोन की स्वीकृति या अस्वीकृति के बारे में आवेदक को सूचित करेगा।
  • लोन की राशि का वितरण: यदि आवेदक के लोन का आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो लोन की राशि आवेदक के बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी।

निष्कर्ष

दिल्ली, भारत की राजधानी, न केवल ऐतिहासिक स्मारकों और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह खरीदारी, भोजन और मनोरंजन के शौकीनों के लिए भी एक स्वर्ग है। तो देर किस बात की? अपनी अगली छुट्टियों की योजना दिल्ली के लिए बनाएँ और इन अद्भुत पर्यटन स्थलों का आनंद लें। दिल्ली स्वागत करने के लिए हमेशा तैयार है!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. कुतुब मीनार क्या है और इसे कैसे पहचाना जा सकता है?

कुतुब मीनार दिल्ली में स्थित 73 मीटर ऊँची ईंट और पत्थर से बनी मीनार, 12वीं शताब्दी में निर्मित एक ऐतिहासिक स्मारक है। इसकी ऊंचाई और लाल बलुआ पत्थर से बनी जटिल नक्काशी इसे आसानी से पहचानने में मदद करती है।

2. लाल किला किस समय दिल्ली के पर्यटकों के लिए खुला रहता है?

लाल किला सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। शुक्रवार को किला बंद रहता है।

3. इंडिया गेट का महत्व क्या है और यह क्या प्रतिष्ठित है?

इंडिया गेट प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में बना एक युद्ध स्मारक है। यह अपनी भव्यता और देशभक्ति भावना के लिए प्रतिष्ठित है।

4. दिल्ली हाट पर क्या खास खरीदारी की जा सकती है?

दिल्ली हाट हस्तशिल्प, कलाकृति, कपड़े, गहने, और विभिन्न प्रकार के व्यंजनों सहित, भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति और विरासत को दर्शाने वाले उत्पादों की खरीदारी के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।

5. राष्ट्रीय संग्रहालय का दौरा किस प्रकार से किया जा सकता है?

राष्ट्रीय संग्रहालय में कोई भी मंगलवार से रविवार तक सुबह 9:30 बजे से शाम 5 बजे तक संग्रहालय का दौरा कर सकते हैं।

अस्वीकरण: इस ब्लॉग पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। सामग्री लेखन के समय उपलब्ध शोध और राय पर आधारित है। हालाँकि हम सटीकता सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं, हम संपूर्ण या निश्चित होने का दावा नहीं करते हैं। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे कोई भी निर्णय लेने से पहले यहां उल्लिखित किसी भी विवरण, जैसे विशिष्टताओं, सुविधाओं और उपलब्धता को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करें। हीरो फिनकॉर्प इस ब्लॉग के प्रकाशन के बाद होने वाली किसी भी विसंगति, अशुद्धि या परिवर्तन की ज़िम्मेदारी नहीं लेता है। यहां प्रस्तुत जानकारी पर भरोसा करने का विकल्प पाठक के विवेक पर है, और हम विशेष रुप से प्रदर्शित उत्पादों के बारे में नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों और विशेषज्ञों से परामर्श करने की सलाह देते हैं।


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Disbursement

The act of paying out money for any kind of transaction is known as disbursement. From a lending perspective this usual implies the transfer of the loan amount to the borrower. It may cover paying to operate a business, dividend payments, cash outflow etc. So if disbursements are more than revenues, then cash flow of an entity is negative, and may indicate possible insolvency.

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