90 दिन से अधिक होने पर क्या कार्यवाही होती है?
यदि उधारकर्ता 90 दिनों से अधिक समय तक लोन चूकाने में असमर्थ रहता है तो उसे संस्थान की ओर से ईमेल या कॉल आता है। अगर यह समय 180 दिनों तक पहुंचता है और तब भी लोन का भुगतान नहीं किया जाता है, तो लोनदाता को संस्थान की ओर से उनके दिए गए पत्ते पर नोटिस भेजा जाता है। लोनदाता वसूली के लिए अपने अधिकारियों को आपके घर पर भी भेज सकता है।
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ऐसे लोन जिन्हें अप्रूव करने के लिए सोना, संपत्ति, एलआईसी पॉलिसियां, एनएससी आदि जैसी चीजों को गिरवी रखा जाता है, उसे सुरक्षित लोन कहते हैं। संपत्ति को गिरवी रखने या आभूषण, एलआईसीपी या एनएससी को गिरवी रखकर सुरक्षित किए गए
पर्सनल लोन की अदायगी न करने की सजा काफी अलग है। रिमाइंडर भेजने जैसे कुछ चरण तो पर्सनल लोन की ही तरह रहते हैं। लेकिन जब उधारकर्ता इन रिमाइंडर्स का जवाब देने में विफल रहता है, तो लोनदाता नीलामी की तारीख के साथ संपत्ति की बिक्री के संबंध में उधारकर्ता को एक नोटिस भेजता है।
यदि दिए गए समय के भीतर लोनकर्ता भुगतान नहीं कर पाता है, तो अगला कदम एक नोटिस भेजना होगा जिसमें कहा जाएगा कि संपत्ति की नीलामी एक निश्चित तिथि पर की जाएगी। नीलामी के लिए निर्धारित आरक्षित मूल्य का भी उल्लेख किया जाएगा। नोटिस की तारीख और नीलामी की तारीख के बीच का समय अंतराल एक महीने का होगा। यदि उधारकर्ता इस समय के भीतर बकाया राशि का भुगतान करता है, तो नीलामी बंद कर दी जाएगी। इसके अतिरिक्त यदि संपत्ति बेची जाती है, तो उधारकर्ता को संपूर्ण देय राशि का भुगतान करने के बाद बिक्री से प्राप्त राशि में से बची शेष राशि का दावा करने का अधिकार होगा।
क्रेडिट स्कोर पर पर्सनल लोन का भुगतान न करने का प्रभाव
लोनदाता पर्सनल उधारकर्ताओं के पुनर्भुगतान व्यवहार के बारे में क्रेडिट ब्यूरो को सूचित रखेगा। हर ईएमआई जो छूट जाती है उसे उधारकर्ता के क्रेडिट इतिहास में दर्ज किया जाएगा। हर बार
क्रेडिट स्कोर में 50 से 70 अंक की गिरावट आएगी। यदि चूक लगातार तीन महीने तक जारी रहती है, तो पर्सनल लोन को नॉन-परफोर्मिंग ऐस्ट के रूप में देखा जाएगा, और इसकी सूचना क्रेडिट ब्यूरो को दी जाएगी।
इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ेगा और इस हद तक कि आपके लिए आगे लोन प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। यह होम लोन जैसे बड़े लोन का लाभ उठाने की आपकी संभावनाओं को खत्म कर देगा। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि आप अपने वित्त की समझदारी से योजना बनाएं और जरूरत पड़ने पर ही उधार लें और इसे समय पर ब्याज सहित चुका भी दें।
पर्सनल लोन चूकाना बन सकता है समस्या
लोन चुकौती के बोझ को कम करने के लिए ईएमआई सिस्टम तैयार किया गया था। पर्सनल लोन ईएमआई भुगतान में चूक होने सर्वप्रथम आपको लेट फीस का भुगतान करना पड़ता है। लोन किश्त देने में जितनी ज्यादा देर होगी अतिरिक्त शुल्क भी उतना ही बढ़ता जाएगा। यह सारा जुर्माना लोन की लागत में जोड़ दिया जाता, जिससे लोन देना और भी कठिन हो जाता है।
उम्मीद करते हैं कि यह लेख पढ़ने के बाद अब आप जान गए होंगे कि पर्सनल लोन न चुकाने पर क्या होगा? अंत में हम आप से यही कहेंगे कि पर्सनल लोन एक बेहतरीन सुविधा है, जिसका लाभ लेकर आप किसी भी आर्थिक संकट से बच सकते हैं। इसलिए यह हमारा कर्तव्य है कि हम सभी इन लोन को समय पर चुकाए और इस सुविधा का निरंतर लाभ लेते रहे हैं। कुछ लोग तो गुगल पर यह भी सर्च करते हैं कि लोन माफ कैसे होगा? इन सभी लोगों के लिए हमारा एक ही जवाब है, ईएमआई का समय पर भुगतान करके।