How to Track Personal Loan Application Status Online?
Personal Loans are the best funding options for people who nee . . .
Apply for Instant Loan
लोन के मामले में सिबिल स्कोर एक महत्वपूर्ण कारक है। लोन के मामले में सिबिल स्कोर एक महत्वपूर्ण कारक है। यह आपके आवेदन की स्वीकृति और अस्वीकृति के बीच अंतर ला सकता है। आप लोन को चुकाने के लिए सक्षम है या नहीं हैं इस बात का पता आपके सिबिल स्कोर से चलता है। अगर आपको सिबिल स्कोर अच्छा होगा तो आपको बैंक आसानी से लोन दे देगी लेकिन अगर आपको सिबिल स्कोर खराब है तो आपको लोन मिलने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा सिबिल स्कोर का असर फाइनेंस के क्षेत्र में भी पड़ता है।
जब आप किसी भी तरह की चीज जैसे फोन, टीवी, मशीन को फाइनेंस करवाते हैं तो उसमें भी सिबिल स्कोर बहुत जरूरी होता है। किसी भी चीज को फाइनेंस करवाने के लिए भी सिबिल स्कोर चेक किया जाता है। चलिए जानते हैं क्या होता है सिबिल स्कोर और लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए।
सिबिल स्कोर क्या है: सिबिल स्कोर तीन अंक की संख्या है जो आपकी सक्षमता को दर्शाती है। सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। जब भी कोई व्यक्ति नए लोन या फिर क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करता है तो लोन देने वाला संस्थान आवेदक को लोन देने के जोखिम या फिर रिस्क का मूल्यांकन सिबिल स्कोर के आधार पर करता है। संस्थान आवेदक के सिबिल स्कोर का मूल्यांकन करता है और फिर लोन के प्रोसेस को आगे बढ़ाता है। अगर आपका सिबिल स्कोर 900 के करीब है तो आपके लोन या फिर क्रेडिट कार्ड के आवेदन की मंजूरी की संभावनाएं बढ़ जाती है लेकिन अगर सिबिल स्कोर कम है तो आवेदक को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आपको पर्सनल लोन लेना है तो उसके लिए भी सिबिल स्कोर बहुत जरुरी होता है। आवेदक का सिबिल स्कोर जितना अच्छा होगा उतना ज्यादा फायदा होगा। पर्सनल लोन के लिए सिबिल स्कोर की बात की जाए तो न्यूनतम सिबिल स्कोर 750 होना चाहिए।
सिबिल स्कोर को चार प्रकार की कैटेगरी में बांटा गया है, जिसके हिसाब से आवेदक का सिबिल स्कोर देखा जाता है। आइए जानते हैं सिबिल स्कोर की कैटेगरी-
क्रम संख्या | क्रेडिट स्कोर सीमा | विवरण |
---|---|---|
1 | 300-549 | खराब |
2 | 500-649 | अच्छा |
3 | 650-749 | अच्छा |
4 | 750-900 | शानदार |
जैसा कि हमने बताया कि सिबिल को चार कैटेगरी में बांटा गया है। अगर आपका सिबिल स्कोर 700 से 900 के बीच होता है तो आपको कई फायदे मिल सकते हैं। अगर आवेदक का सिबिल स्कोर अच्छा होता है तो आपको ब्याज दर कम लग सकता है या आपकी अवधि बढ़ सकती है। सिबिल स्कोर अच्छा होने का इसके अलावा भी फायदे हैं, चलिए जानते हैं।
सिबिल को भारतीय रिजर्व बैंक से लाइसेंस मिला हुआ है। इसे साल 2005 के क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी (रेगुलेशन) एक्ट द्वारा शासित किया गया है। यह व्यक्तियों और कंपनियों के लिए क्रेडिट स्कोर, क्रेडिट रैंक और क्रेडिट रिपोर्ट जनरेट करती है। ये रिपोर्ट नए क्रेडिट जैसे लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदनों की मंजूरी में अहम भूमिका निभाती हैं।
दरअसल, फाइनेंस संस्थान जैसे कि NBFC (Non Banking Financial Company) अपने ग्राहकों का डेटा जमा करती है। साथ ही बकाया लोन राशि, पुनर्भुगतान रिकॉर्ड, नए लोन / क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन और अन्य क्रेडिट संबंधी जानकारी सिबिल को दी जाती है, जिससे आवेदन के सिबिल का पता लगाया जा सके।
ट्रांसयूनियन सिबिल डेटा का मूल्यांकन करता है और अपने ग्राहकों के लिए क्रेडिट रिपोर्ट बनाता है। इस रिपोर्ट में “क्रेडिट स्कोर” भी शामिल होता है। साथ ही व्यवसायों के लिए क्रेडिट रिपोर्ट में “क्रेडिट रैंक” होता है। बैंक या NBFC, CIBIL रिपोर्ट के आधार पर आवेदक को लोन देने के रिस्क का मूल्यांकन करते हैं और उसके बाद लोन / क्रेडिट कार्ड के आवेदन को स्वीकार या फिर अस्वीकार किया जाता है। इसके बाद सिबिल को भी बताया जाता है और ये पूरी जानकारी आगे की रिपोर्ट में शामिल की जाती है।
सिबिल अकाउंट बनाने के लिए 3 आसान स्टेप्स को फॉलो करना पड़ेगा। आइये जानते हैं कैसे बनाया जाता है सिबिल अकाउंट-
अगर आपने पहले लोन लिया था लेकिन समय पर ब्याज भरने या किसी कारणों की वजह से सिबिल स्कोर खराब हो गया तो आप कुछ तरीकों को अपनाकर अपना सिबिल स्कोर सुधार सकते हैं। चलिए जानते हैं किन-किन तरीकों से सिबिल स्कोर सुधारा जा सकता है।
इन कुछ तरीकों से आप अपने बिगड़े हुए सिबिल स्कोर को सुधार सकते हैं और अच्छे सिबिल स्कोर के साथ लोन आसानी से ले सकते हैं।
हीरो फिनकॉर्प के साथ व्यक्तिगत ऋण के लिए आवेदन करना बहुत आसान है। बस वेबसाइट पर जाएं या हमारा मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करें। स्वयं को पंजीकृत करें, अपना विवरण प्रदान करें, अपनी पात्रता जांचें और दस्तावेजों को सत्यापित करें। इन प्रक्रियाओं के बाद आपके आवेदन का मूल्यांकन किया जाएगा। यदि आप पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं, तो आपको तुरंत मंजूरी मिल जाएगी।
आजकल, पर्सनल लोन प्राप्त करना बहुत आसान हो गया है। आवेदक हीरो फिनकॉर्प की वेबसाइट के माध्यम से निम्नलिखित स्टेप को फॉलो करके आवेदन कर सकता है:
ऑनलाइन आवेदन पत्र भरें: हीरो फिनकॉर्प की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ और ऑनलाइन आवेदन पत्र भरें।
आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें: लोन के आवेदन के साथ अपनी पहचान, आय और निवास का प्रमाण जमा करें।
लोन की स्वीकृति: हीरो फिनकॉर्प आवेदक के आवेदन का मूल्यांकन करेगा और लोन की स्वीकृति या अस्वीकृति के बारे में आवेदक को सूचित करेगा।
लोन की राशि का वितरण: यदि आवेदक के लोन का आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो लोन की राशि आवेदक के बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी।
यदि आप किसी भी प्रकार के ऋण के लिए आवेदन कर रहे हैं तो सिबिल स्कोर एक महत्वपूर्ण कारक है। यह आपकी साख और वित्तीय व्यवहार को दर्शाता है। यदि आप ऋण के लिए आवेदन करने की योजना बना रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपने अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखा है। यदि आपका स्कोर पर्याप्त अच्छा नहीं है, तो आप सुधार करने के लिए उल्लिखित युक्तियों का पालन कर सकते हैं।
इसके अलावा, आप प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर तत्काल लोन के लिए हमेशा हीरो फिनकॉर्प पर भरोसा कर सकते हैं।
1. क्रेडिट रिपोर्ट में कौन-कौन सी जानकारी होती है?
क्रेडिट रिपोर्ट में आपकी व्यक्तिगत जानकारी, क्रेडिट कार्ड, ऋण, लोन, भुगतान इत्यादि के बारे में जानकारी होती है।
2. अगर मेरा CIBIL स्कोर खराब हो तो क्या करें?यदि आपका CIBIL स्कोर खराब है, तो सबसे पहले अपनी ऋण और क्रेडिट कार्ड की भुगतान समय पर करने शुरू करें। आपको भुगतान समय पर करने से अपना स्कोर सुधारने में मदद मिलेगी।
3. CIBIL स्कोर में सुधार होने में कितना समय लगता है?आमतौर पर, धीरे-धीरे और नियमित भुगतान करने पर आपका CIBIL स्कोर सुधरने में कुछ महीने या साल लग सकते हैं। लेकिन ध्यान दें, इसमें कोई तय समय नहीं होता है, और स्कोर को बढ़ाने के लिए नियमितता बहुत मायने रखती है।
4. आधार कार्ड से सिविल चेक करने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?आधार कार्ड से सिबिल चेक करने के लिए आपके पास आपका आधार नंबर और उससे जुड़ा हुआ मोबाइल नंबर होना चाहिए। आपके आधार नंबर पर ओटीपी (OTP) भेजा जाएगा, जिसे सत्यापित करने के बाद आप अपनी सिविल रिपोर्ट देख सकते हैं।
The act of paying out money for any kind of transaction is known as disbursement. From a lending perspective this usual implies the transfer of the loan amount to the borrower. It may cover paying to operate a business, dividend payments, cash outflow etc. So if disbursements are more than revenues, then cash flow of an entity is negative, and may indicate possible insolvency.
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