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दिल्ली भारत की राजधानी होने के साथ-साथ इतिहास, संस्कृति और भोजन का भी खजाना है। यहाँ घूमने के लिए अनेक पर्यटन स्थल मौजूद हैं, जिनमें से कुछ बेहतरीन जगहों को हम इस लेख में लेकर आए हैं। चाहे कोई इतिहास प्रेमी हों या फिर धार्मिक, दिल्ली हर किसी के लिए कुछ न कुछ जरूर रखती है। आइए इस लेख में, हम दिल्ली के 10 ऐसे ही बेहतरीन पर्यटन स्थलों के बारे में जानेंगे, जहाँ हर दिल्ली में घूमने आने वाले को अपनी छुट्टियों के दौरान अवश्य जाना चाहिए।
भारत की राजधानी दिल्ली, न केवल इतिहास और संस्कृति का खजाना है, बल्कि यह पर्यटकों के लिए भी एक स्वर्ग है। आइए हम दिल्ली के 10 ऐसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की सैर पर ले चलें, जहाँ हमें अपनी छुट्टियों के दौरान अवश्य जाना चाहिए:
क्र.
स्थान
विवरण
स्थान
समय
1
अक्षरधाम मंदिर
विश्व का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर, जिसमें भव्य मूर्तियाँ, लाइट शो और बोट राइड शामिल हैं।
नोएडा मोर, नई दिल्ली
मंगलवार से रविवार: 10:00 AM - 6:30 PM (सोमवार बंद)
2
इंडिया गेट
प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की स्मृति में बना एक ऐतिहासिक स्मारक।
राजपथ, नई दिल्ली
हमेशा खुला
3
इंडिया हैबिटेट सेंटर
कला, संस्कृति और प्रदर्शनियों के लिए प्रसिद्ध केंद्र।
लोधी रोड, नई दिल्ली
सुबह 8:00 AM - रात 10:00 PM
4
इस्कॉन मंदिर
भगवान कृष्ण को समर्पित भव्य मंदिर, जहाँ भक्ति संगीत और आध्यात्मिक कार्यक्रम होते हैं।
ईस्ट ऑफ कैलाश, नई दिल्ली
सुबह 4:30 AM - रात 9:00 PM
5
लोटस टेम्पल
शांतिपूर्ण बहाई उपासना स्थल, जो अपने अद्वितीय कमल आकार के लिए प्रसिद्ध है।
नेहरू प्लेस, नई दिल्ली
मंगलवार से रविवार: 9:00 AM - 5:30 PM (सोमवार बंद)
6
क़ुतुब मीनार
भारत की सबसे ऊँची ईंटों की बनी मीनार, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल।
महरौली, नई दिल्ली
सुबह 7:00 AM - शाम 5:00 PM
7
चांदनी चौक
दिल्ली का ऐतिहासिक बाजार, प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड और खरीदारी के लिए मशहूर।
पुरानी दिल्ली
हमेशा खुला
8
छत्तरपुर मंदिर
देवी कात्यायनी को समर्पित भव्य मंदिर परिसर।
छत्तरपुर, दिल्ली
सुबह 4:00 AM - रात 11:00 PM
9
जंतर मंतर
खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए प्राचीन वेधशाला।
कनॉट प्लेस, नई दिल्ली
सुबह 6:00 AM - शाम 6:00 PM
10
जामा मस्जिद
भारत की सबसे बड़ी मस्जिद, मुगल वास्तुकला का अद्भुत नमूना।
चांदनी चौक, दिल्ली
सुबह 7:00 AM - रात 6:30 PM
11
लाल किला
मुगल सम्राटों का ऐतिहासिक किला, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल।
चांदनी चौक, नई दिल्ली
मंगलवार से रविवार: 9:30 AM - 4:30 PM (सोमवार बंद)
12
हुमायूं का मकबरा
मुगल वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण और हुमायूं की समाधि।
निज़ामुद्दीन, नई दिल्ली
सुबह 6:00 AM - शाम 6:00 PM
13
पुराना किला
दिल्ली के सबसे पुराने किलों में से एक, यहाँ बोटिंग सुविधा भी है।
मथुरा रोड, प्रगति मैदान के पास
सुबह 7:00 AM - शाम 5:00 PM
14
राज घाट
महात्मा गांधी की समाधि, शांतिपूर्ण उद्यान।
रिंग रोड, यमुना किनारे
सुबह 6:30 AM - शाम 6:00 PM
15
गांधी स्मृति
वह स्थान जहाँ महात्मा गांधी ने अपने अंतिम दिन बिताए थे।
तीन मूर्ति मार्ग, नई दिल्ली
मंगलवार से रविवार: 10:00 AM - 5:00 PM (सोमवार बंद)
16
राष्ट्रीय संग्रहालय
भारतीय कला, इतिहास और सांस्कृतिक धरोहरों का विशाल संग्रह।
जनपथ, नई दिल्ली
मंगलवार से रविवार: 10:00 AM - 6:00 PM (सोमवार बंद)
17
गार्डन ऑफ फाइव सेंसस
20 एकड़ में फैला सुंदर बाग, जिसमें मूर्तियाँ और जलप्रपात हैं।
सैदुल अजैब, महरौली-बदरपुर रोड
सुबह 9:00 AM - शाम 7:00 PM
18
दिल्ली चिड़ियाघर
विभिन्न वन्यजीवों और पक्षियों का घर, बच्चों के लिए खास आकर्षण।
मथुरा रोड, प्रगति मैदान के पास
मंगलवार से रविवार: 9:00 AM - 4:30 PM (सोमवार बंद)
19
अग्रसेन की बावली
ऐतिहासिक सीढ़ीदार कुआँ, जो अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
कनॉट प्लेस, नई दिल्ली
सुबह 9:00 AM - शाम 5:30 PM
20
नेहरू प्लानेटेरियम
खगोल विज्ञान के बारे में जानने के लिए विज्ञान प्रेमियों के लिए खास।
तीन मूर्ति मार्ग, नई दिल्ली
मंगलवार से रविवार: 9:00 AM - 5:00 PM (सोमवार बंद)
1. अक्षरधाम मंदिर
दिल्ली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक, अक्षरधाम मंदिर, भगवान स्वामिनारायण को समर्पित एक भव्य हिंदू मंदिर है। यह मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला, मनोरम मूर्तियों और कलाकृतियों के लिए जाना जाता है। यदि दिल्ली की यात्रा कर रहे हैं, तो यह मंदिर निश्चित रूप से दर्शन के लायक है। आइए हम अक्षरधाम मंदिर की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:
किसने बनवाया: यह मंदिर बोचसनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) द्वारा बनवाया गया था।
कब बनवाया: मंदिर का निर्माण 2005 में पूरा हुआ था।
प्रवेश शुल्क: मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।
खुलने का समय: मंदिर सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।
इसके साथ कहाँ जाएँ: लोटस टेम्पल, इंडिया गेट और चांदनी चौक जैसे आसपास के अन्य पर्यटन स्थलों की भी यात्रा कर सकते हैं।
टिप्स: मंदिर में प्रवेश करते समय विनम्र कपड़े पहनें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन (ब्लू लाइन)
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 23 किलोमीटर
लागत: यात्रा और भोजन के खर्च सहित, एक व्यक्ति के लिए एक दिन की यात्रा का अनुमानित खर्च रु.500-रु.1000 होगा।
2. इंडिया गेट
इंडिया गेट दिल्ली का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है, बल्कि यह वीरता और बलिदान का प्रतीक भी है, जिसे प्रथम विश्व युद्ध और तीसरे अफगान युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था। यह 42 मीटर ऊँचा स्मारक, लाल बलुआ पत्थर और ग्रेनाइट से बना है और अपनी भव्यता और कला के लिए जाना जाता है। आइए हम इंडिया गेट की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:
किसने बनवाया: इंडिया गेट को सर एडविन लुटियंस ने डिजाइन किया था और इसे 1931 में बनवाया गया था।
कब बनवाया: इसका निर्माण 1919 में शुरू हुआ था और 1931 में पूरा हुआ था।
प्रवेश शुल्क: इंडिया गेट में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है।
खुलने का समय: यह 24 घंटे खुला रहता है।
इसके साथ कहाँ जाएँ: इंडिया गेट के पास ही अमर जवान ज्योति, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक और राजपथ स्थित हैं।
टिप्स: इंडिया गेट पर जाने के लिए सुबह या शाम का समय सबसे अच्छा होता है, जब मौसम सुहावना होता है।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: इंडिया गेट का निकटतम मेट्रो स्टेशन 'खान मार्केट' है।
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डे से इंडिया गेट की दूरी लगभग 16 किलोमीटर है।
लागत: दिल्ली हवाई अड्डे से इंडिया गेट तक टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा जाने में लगभग रु.300-रु.400 लग सकते हैं।
3. इंडिया हैबिटेट सेंटर
इंडिया हैबिटेट सेंटर, दिल्ली में स्थित एक बहुआयामी कला और संस्कृति के प्रेमियों के लिए एक शानदार जगह है। यह कला प्रदर्शनियों, थिएटर प्रस्तुतियों, संगीत कार्यक्रमों, फिल्म स्क्रीनिंग और साहित्यिक कार्यक्रमों सहित विभिन्न कार्यक्रमों की मेजबानी करता है। आइए हम इंडिया हैबिटेट सेंटर की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:
किसने बनवाया: यह केंद्र हुडको के अध्यक्ष संतोष शर्मा द्वारा वर्ष 1984 में बनवाया गया था।
कब बनवाया: इसका निर्माण 1976 में पूरा हुआ था।
प्रवेश शुल्क: इंडिया हैबिटेट सेंटर में प्रवेश के लिए रु.50 का शुल्क है।
खुलने का समय: यह केंद्र सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।
इसके साथ कहाँ जाएँ: इंडिया हैबिटेट सेंटर के पास ही कई अन्य पर्यटन स्थल हैं जैसे कि लोधी गार्डन, नेशनल म्यूजियम और सुंदर नर्सरी।
टिप्स: सेंटर में घूमने के लिए आरामदायक जूते पहनें। यहां कैमरे की अनुमति है, लेकिन फ्लैश का उपयोग करने की अनुमति नहीं है।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: सेंटर का निकटतम मेट्रो स्टेशन लोधी रोड है।
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डे से इंडिया हैबिटेट सेंटर 16 किलोमीटर दूर है।
लागत: एक व्यक्ति के लिए अनुमानित लागत रु.1000-रु.1500 है, जिसमें प्रवेश शुल्क, भोजन और परिवहन शामिल हैं।
4. इस्कॉन मंदिर
दिल्ली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है इस्कॉन मंदिर, जो भगवान कृष्ण और राधा को समर्पित है। यह मंदिर न केवल अपनी भव्यता और स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों और उत्सवों के लिए भी प्रसिद्ध है। आइए हम इस्कॉन मंदिर की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:
किसने बनवाया: इस्कॉन मंदिर का निर्माण 1970 के दशक में अंतर्राष्ट्रीय सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) द्वारा किया गया था।
कब बनवाया: मंदिर का निर्माण 1978 में पूरा हुआ था।
प्रवेश शुल्क: इस्कॉन मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।
खुलने का समय: मंदिर सुबह 4:30 बजे से रात 10:30 बजे तक खुला रहता है।
इसके साथ कहाँ जाएँ: इस्कॉन मंदिर के पास ही कई अन्य पर्यटन स्थल भी हैं, जैसे कि लोटस टेम्पल, नेशनल म्यूजियम और इंडिया गेट।
टिप्स: मंदिर में प्रवेश करते समय उचित कपड़े पहनें। मंदिर परिसर में शांत रहें और फोटोग्राफी के लिए निर्धारित स्थानों का ही उपयोग करें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: इस्कॉन मंदिर का निकटतम मेट्रो स्टेशन हैवलॉक स्क्वायर है।
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: इस्कॉन मंदिर दिल्ली हवाई अड्डे से लगभग 16 किलोमीटर दूर है।
लागत: मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।
5. लोटस टेम्पल
दिल्ली में स्थित कमल के फूल के आकार का लोटस टेम्पल, यह अपनी भव्यता, शांतिपूर्ण वातावरण और अनोखी वास्तुकला के लिए पर्यटकों के बीच खास प्रसिद्ध है। आइए हम लोटस टेम्पल की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:
किसने बनवाया: यह मंदिर 1981 में लुईस बोर्गोईस द्वारा डिजाइन किया गया था।
कब बनवाया: इसका निर्माण 1986 में पूरा हुआ था।
प्रवेश शुल्क: इस मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।
खुलने का समय: यह मंदिर सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है।
इसके साथ कहाँ जाएँ: लोटस टेम्पल के पास ही कई अन्य पर्यटन स्थल भी हैं, जैसे कि नेहरू पार्क, अक्षरधाम मंदिर, इंडिया गेट।
टिप्स: मंदिर में प्रवेश करते समय शालीन कपड़े पहनें व मंदिर परिसर में शोर मचाने से बचें। फोटोग्राफी की अनुमति है, लेकिन मंदिर के अंदर नहीं।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: लोटस टेम्पल का निकटतम मेट्रो स्टेशन कमल मंदिर मेट्रो स्टेशन (ब्लू लाइन) है।
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लोटस टेम्पल दिल्ली हवाई अड्डे से लगभग 18 किलोमीटर दूर है।
लागत: दिल्ली हवाई अड्डे से लोटस टेम्पल तक टैक्सी या ऑटो रिक्शा का किराया लगभग रु.300-रु.400 होगा।
6. क़ुतुब मीनार
दिल्ली के प्रसिद्ध स्मारकों में से एक, कुतुब मीनार, अपनी भव्यता और स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है। यह 12वीं शताब्दी में निर्मित 73 मीटर ऊँची ईंट और पत्थर से बनी मीनार है। आइए हम क़ुतुब मीनार की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:
किसने बनवाया: कुतुब मीनार का निर्माण 1193 में कुतुबुद्दीन ऐबक ने शुरू करवाया था।
कब बनवाया: इसका निर्माण कार्य तीन चरणों में हुआ और इसे पूरा होने में 40 साल लगे, जो मीनार 12वीं शताब्दी में निर्मित हुई थी।
प्रवेश शुल्क: भारतीय नागरिकों के लिए रु.30 और विदेशी नागरिकों के लिए रु.500 है।
खुलने का समय: कुतुब मीनार सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।
इसके साथ कहाँ जाएँ: जब कुतुब मीनार जाएँ, तो इसके नजदीक लौह स्तंभ, कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद, अलाई दरवाजा, इमाम बाड़ा आदि भी जरूर घूमें।
टिप्स: गर्मी के मौसम में टोपी, सनस्क्रीन और पानी की बोतल साथ ले जाएँ। आरामदायक जूते पहनें क्योंकि थोड़ा चलना पड़ेगा। वैसे मीनार पर चढ़ने की अनुमति नहीं है, लेकिन फोटोग्राफी की अनुमति है।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन, कुतुब मीनार से पैदल दूरी पर स्थित है।
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डे से कुतुब मीनार की दूरी लगभग 16 किलोमीटर है।
लागत: कुतुब मीनार की यात्रा की कुल लागत व्यक्ति के अनुसार उनके द्वारा किए गए खर्चों पर निर्भर करती है।
7. चांदनी चौक
चांदनी चौक, पुरानी दिल्ली का दिल है और यह 17वीं शताब्दी से दिल्ली का सबसे व्यस्त और प्रसिद्ध बाजार रहा है। तब से यह बाजार कपड़े, गहने, मसाले, हस्तशिल्प और खाने-पीने की चीजों के लिए प्रसिद्ध रहा है। आइए हम क़ुतुब मीनार की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:
किसने बनवाया: यह बाजार मुगल सम्राट शाहजहाँ की बेटी जहाँआरा बेगम ने बनवाया था।
कब बनवाया: यह बाजार 17वीं शताब्दी में शुरू हुआ था।
प्रवेश शुल्क: चांदनी चौक में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है। यह बाज़ार सभी के लिए खुला है।
खुलने का समय: चांदनी चौक के अधिकांश दुकानें सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक खुली रहती हैं। कुछ दुकानें देर रात तक भी खुली रह सकती हैं।
इसके साथ कहाँ जाएँ: चांदनी चौक के आसपास कई अन्य पर्यटन स्थल भी हैं, जिनमें लाल किला, जामा मस्जिद, कुतुब मीनार और हुमायूं का मकबरा शामिल हैं।
टिप्स: चांदनी चौक में सौदेबाजी करना आम बात है, इसलिए दुकानदारों से पूछे गए दाम से कम दाम पर सामान खरीदने का प्रयास करें। बाज़ार में घूमते समय अपने सामान का ध्यान रखें व आरामदायक जूते पहनें क्योंकि बहुत पैदल चलना होगा। गर्मियों में, हाइड्रेटेड रहने के लिए पानी साथ रखें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन, बाज़ार के ठीक सामने स्थित है।
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डे से चांदनी चौक लगभग 22 किलोमीटर दूर है।
लागत: चांदनी चौक में खरीदारी करने की लागत व्यक्ति द्वारा खरीदे जाने वाली वस्तुओं पर निर्भर करती है।
8. छत्तरपुर मंदिर
छतरपुर मंदिर, दिल्ली के दक्षिण में स्थित भगवान लक्ष्मी नारायण को समर्पित एक भव्य हिंदू मंदिर है। यह मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला, सुंदर मूर्तियों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। आइए हम छत्तरपुर मंदिर की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:
किसने बनवाया: महाराजा जयसिंह ने 18वीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण करवाया था।
कब बनवाया: 1778 में मंदिर का निर्माण शुरू हुआ और 1793 में पूरा हुआ।
प्रवेश शुल्क: मंदिर में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है।
खुलने का समय: मंदिर सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।
इसके साथ कहाँ जाएँ: मंदिर के पास स्थित अन्य मंदिरों, जैसे कि जगन्नाथ मंदिर और राधा कृष्ण मंदिर भी जा सकते हैं।
टिप्स: मंदिर में प्रवेश करते समय उचित कपड़े पहनें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: छतरपुर मंदिर मेट्रो स्टेशन मंदिर से 2 किलोमीटर दूर है।
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डे से छतरपुर मंदिर 16 किलोमीटर दूर है।
लागत: मंदिर तक पहुंचने के लिए मेट्रो, बस या ऑटो रिक्शा ले सकते हैं।
9. जंतर मंतर
जंतर मंतर, दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह 18वीं शताब्दी में जयपुर के राजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा बनवाया गया था, जो खगोल विज्ञान के प्रबल प्रेमी थे। आइए हम जंतर मंतर की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:
किसने बनवाया: जंतर मंतर का निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने 1710 और 1728 के बीच करवाया था।
कब बनवाया: जंतर मंतर का निर्माण 1710 से 1728 के बीच हुआ था।
प्रवेश शुल्क: जंतर मंतर में भारतीय नागरिकों के लिए रु.30 और विदेशी नागरिकों के लिए रु.500 है।
खुलने का समय: जंतर मंतर सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
इसके साथ कहाँ जाएँ: जंतर मंतर के आसपास कई अन्य पर्यटन स्थल भी हैं, जैसे कि लाल किला, चांदनी चौक और जामा मस्जिद।
टिप्स: जंतर मंतर घूमने का सबसे अच्छा समय सुबह या शाम का होता है, जब मौसम सुहावना होता है।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन, जंतर मंतर से 1 किलोमीटर दूर है।
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: दिल्ली हवाई अड्डा, जंतर मंतर से 16 किलोमीटर दूर है।
लागत: दिल्ली में घूमने की लागत व्यक्ति के खर्च करने की आदतों पर निर्भर करती है।
10. जामा मस्जिद
जामा मस्जिद, दिल्ली में स्थित भारत की सबसे बड़ी मस्जिद है। यह 17वीं शताब्दी में मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा बनवाई गई थी और मुगल वास्तुकला का एक शानदार नमूना है। जामा मस्जिद लाल बलुआ पत्थर से बना है और इसमें चार मीनार और दो गुंबद हैं। मस्जिद का आंगन विशाल है और इसमें एक साथ 25,000 लोग नमाज पढ़ सकते हैं। आइए हम जामा मस्जिद की निम्नलिखित जानकारी के बारे में जानते हैं:
किसने बनवाया: मुगल सम्राट शाहजहाँ
कब बनवाया: 1650-1656
प्रवेश शुल्क: मुफ्त
खुलने का समय: सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक (शुक्रवार को दोपहर 1:30 बजे से 2:30 बजे तक बंद)
इसके साथ कहाँ जाएँ: लाल किला, चांदनी चौक, पुरानी दिल्ली
टिप्स: मस्जिद में प्रवेश करते समय उचित कपड़े पहनें। महिलाओं को अपना सिर ढंकना होगा।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: चावड़ी बाज़ार या लाल किला मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: 22 किलोमीटर
लागत: दिल्ली दर्शन बस या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
11. लाल किला
लाल किला, दिल्ली में स्थित एक ऐतिहासिक दुर्ग है, जिसे भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है। यह मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा 17वीं शताब्दी में बनवाया गया था और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध है। लाल बलुआ पत्थर से निर्मित यह किला भारतीय इतिहास और मुगल वास्तुकला का प्रतीक है। इसके परिसर में खूबसूरत उद्यान, संगमरमर की संरचनाएँ और संग्रहालय हैं। आइए लाल किले की मुख्य जानकारी पर नजर डालते हैं:
किसने बनवाया: मुगल सम्राट शाहजहाँ
कब बनवाया: 1638-1648
प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए: ₹50, विदेशियों के लिए: ₹950, 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए: मुफ्त
खुलने का समय: सुबह 9:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक (सोमवार को बंद)
इसके साथ कहाँ जाएँ: चांदनी चौक, जामा मस्जिद, राज घाट
टिप्स: सुबह जल्दी जाएँ ताकि भीड़ कम हो। लाइट एंड साउंड शो का आनंद लेना न भूलें। सुरक्षा जांच के लिए समय निकालें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: लाल किला मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 20 किलोमीटर
लागत: दिल्ली दर्शन बस, टैक्सी या मेट्रो द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
12. हुमायूं का मकबरा
हुमायूं का मकबरा, दिल्ली में स्थित एक ऐतिहासिक और स्थापत्य महत्व का स्मारक है। इसे मुगल बादशाह हुमायूं की याद में उनकी पत्नी हमीदा बानो बेगम ने बनवाया था। यह भारत में मुगल वास्तुकला का पहला ऐसा मकबरा है, जिसमें चारबाग शैली का उपयोग किया गया। मकबरे का परिसर खूबसूरत बगीचों, जलमार्गों और संगमरमर से बनी संरचनाओं से सुसज्जित है। आइए इसकी मुख्य जानकारी पर नजर डालें:
किसने बनवाया: हमीदा बानो बेगम (हुमायूं की पत्नी)
कब बनवाया: 1565-1572
प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए: ₹40, विदेशियों के लिए: ₹600, 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए: मुफ्त
खुलने का समय: सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक
इसके साथ कहाँ जाएँ: लोधी गार्डन, पुराना किला, निजामुद्दीन दरगाह
टिप्स: सुबह या शाम के समय जाएँ ताकि गर्मी से बचा जा सके। परिसर में फोटोग्राफी का आनंद लें। शांत वातावरण में समय बिताने के लिए यह एक बेहतरीन स्थान है।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: जोर बाग मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 16 किलोमीटर
लागत: दिल्ली दर्शन बस, टैक्सी या मेट्रो द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
13. पुराना किला
पुराना किला, दिल्ली का एक प्राचीन ऐतिहासिक दुर्ग है, जिसे उत्तर भारत की सबसे पुरानी संरचनाओं में से एक माना जाता है। इसे शेरशाह सूरी ने 16वीं शताब्दी में बनवाया था। यह किला मुगल और अफगान स्थापत्य शैली का बेहतरीन उदाहरण है। यमुना नदी के किनारे स्थित यह किला ऐतिहासिक महत्त्व के साथ-साथ प्रकृति प्रेमियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। यदि आप अपने परिवार या मित्रों के साथ दिल्ली में घूमने की ऐतिहासिक जगह तलाश रहे हैं तो आपको पुराना किला ज़रूर देखना चाहिए। आइए इसकी मुख्य जानकारी पर नजर डालें:
किसने बनवाया: शेरशाह सूरी
कब बनवाया: 1538-1545
प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए: ₹30, विदेशियों के लिए: ₹300, 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए: मुफ्त
खुलने का समय: सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक
इसके साथ कहाँ जाएँ: हुमायूं का मकबरा, नेशनल जूलॉजिकल पार्क, इंडिया गेट
टिप्स: किले के भीतर बोटिंग का आनंद लें।, सुबह जल्दी जाएँ ताकि भीड़ से बचा जा सके।, परिसर में साफ-सफाई बनाए रखें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 18 किलोमीटर
लागत: मेट्रो, टैक्सी या दिल्ली दर्शन बस द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
14. राज घाट
यह दिल्ली में स्थित एक प्रमुख स्मारक है, जो महात्मा गांधी की समाधि के रूप में जाना जाता है। यह यमुना नदी के किनारे स्थित है और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रति गांधीजी के योगदान को सम्मानित करता है। शांत वातावरण और हरियाली से घिरा यह स्थान हर दिन सैकड़ों पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। आइए राज घाट की मुख्य जानकारी पर नजर डालते हैं:
किसके लिए प्रसिद्ध: महात्मा गांधी की समाधि
कब बनाया गया: 1948
प्रवेश शुल्क: मुफ्त
खुलने का समय: सुबह 6:30 बजे से शाम 6 बजे तक
इसके साथ कहाँ जाएँ: शांति वन (पंडित नेहरू की समाधि), विजय घाट (लाल बहादुर शास्त्री की समाधि), लाल किला
टिप्स: शांति बनाए रखें और परिसर में गंदगी न फैलाएँ।, सुबह-सुबह जाने से आप इसकी शांति का बेहतर अनुभव कर सकते हैं।, परिसर में चलने के लिए आरामदायक जूते पहनें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: दिल्ली गेट या प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 19 किलोमीटर
लागत: मेट्रो, टैक्सी, या बस द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
15. गांधी स्मृति
राज घाट, दिल्ली में स्थित एक प्रमुख स्मारक है, जो महात्मा गांधी की समाधि के रूप में जाना जाता है। यह यमुना नदी के किनारे स्थित है और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रति गांधीजी के योगदान को सम्मानित करता है। शांत वातावरण और हरियाली से घिरा यह स्थान हर दिन सैकड़ों पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। आइए राज घाट की मुख्य जानकारी पर नजर डालते हैं:
किसके लिए प्रसिद्ध: महात्मा गांधी की समाधि
कब बनाया गया: 1948
प्रवेश शुल्क: मुफ्त
खुलने का समय: सुबह 6:30 बजे से शाम 6 बजे तक
इसके साथ कहाँ जाएँ: शांति वन (पंडित नेहरू की समाधि), विजय घाट (लाल बहादुर शास्त्री की समाधि), लाल किला
टिप्स: शांति बनाए रखें और परिसर में गंदगी न फैलाएँ।, सुबह-सुबह जाने से आप इसकी शांति का बेहतर अनुभव कर सकते हैं।, परिसर में चलने के लिए आरामदायक जूते पहनें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: दिल्ली गेट या प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 19 किलोमीटर
लागत: मेट्रो, टैक्सी, या बस द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
16. राष्ट्रीय संग्रहालय
राष्ट्रीय संग्रहालय, दिल्ली, भारत के सबसे बड़े और प्रमुख संग्रहालयों में से एक है। इसे भारतीय संस्कृति, इतिहास और विरासत को संरक्षित और प्रदर्शित करने के लिए 1949 में स्थापित किया गया था। संग्रहालय में प्राचीन सभ्यताओं, कला, शिल्प और ऐतिहासिक धरोहरों से जुड़ी 2,00,000 से अधिक वस्तुएं प्रदर्शित हैं। यह इतिहास प्रेमियों और छात्रों के लिए एक आदर्श स्थान है। आइए इसकी मुख्य जानकारी पर नजर डालते हैं:
स्थापना वर्ष: 1949
स्थान: जनपथ मार्ग, नई दिल्ली
प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए: ₹20, विदेशियों के लिए: ₹650, छात्रों के लिए (मान्य आईडी कार्ड के साथ): ₹1
खुलने का समय: मंगलवार से रविवार: सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक, सोमवार और राष्ट्रीय छुट्टियों पर बंद
इसके साथ कहाँ जाएँ: इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन, जंतर मंतर
टिप्स: संग्रहालय में गाइडेड टूर का लाभ उठाएँ।, पर्याप्त समय लेकर जाएँ ताकि सभी गैलरी देख सकें।, परिसर में फोटोग्राफी के लिए विशेष अनुमति आवश्यक हो सकती है।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 14 किलोमीटर
लागत: मेट्रो, टैक्सी, या बस द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
17. गार्डन ऑफ फाइव सेंसस
गार्डन ऑफ फाइव सेंसस, दिल्ली का एक खूबसूरत थीम पार्क है, जिसे विशेष रूप से इंद्रियों के अनुभव को समृद्ध करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह उद्यान प्रकृति प्रेमियों, फोटोग्राफी के शौकीनों और शांति चाहने वालों के लिए एक आदर्श स्थान है। रंग-बिरंगे फूलों, फव्वारों, मूर्तियों और झरनों से सुसज्जित यह स्थान परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए परफेक्ट है।
स्थापना वर्ष: 2003
स्थान: सैदुलाजाब, मेहरौली-बदरपुर रोड, नई दिल्ली
प्रवेश शुल्क: वयस्कों के लिए: ₹35, 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए: ₹15, वरिष्ठ नागरिकों के लिए: ₹15
खुलने का समय: गर्मियों में: सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक, सर्दियों में: सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक
इसके साथ कहाँ जाएँ: कुतुब मीनार, साकेत मॉल्स, तुगलकाबाद किला
टिप्स: सुबह जल्दी जाएँ ताकि भीड़ से बचा जा सके।, कैमरा लेकर जाएँ क्योंकि फोटोग्राफी के लिए यह स्थान बेहद खूबसूरत है।, आरामदायक जूते पहनें क्योंकि उद्यान में काफी पैदल चलना पड़ता है।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: साकेत मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 15 किलोमीटर
लागत: मेट्रो, टैक्सी, या बस द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
18. दिल्ली चिड़ियाघर (नेशनल जूलॉजिकल पार्क)
दिल्ली चिड़ियाघर, जिसे नेशनल जूलॉजिकल पार्क के नाम से भी जाना जाता है, भारत का सबसे प्रमुख चिड़ियाघर है। यह दिल्ली में घूमने की बेहतरीन जगह है जहाँ आप न केवल एक अच्छा समय बिता सकते हैं बल्कि प्रकृति के साथ अनमोल क्षण भी बिता सकते हैं। यह बच्चों और परिवारों के लिए एक शानदार पिकनिक स्थल है, जहाँ आप विभिन्न प्रकार के जानवरों और पक्षियों को देख सकते हैं। 176 एकड़ में फैला यह चिड़ियाघर प्रकृति और वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक अद्भुत अनुभव प्रदान करता है।
स्थापना वर्ष: 1959
स्थान: प्रगति मैदान के पास, मथुरा रोड, नई दिल्ली
प्रवेश शुल्क: वयस्कों के लिए: ₹80, बच्चों (5 से 12 साल) के लिए: ₹40, वरिष्ठ नागरिकों के लिए: ₹40, विदेशियों के लिए: ₹400, 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए: मुफ्त
खुलने का समय: 1 अप्रैल से 15 अक्टूबर: सुबह 9 बजे से शाम 4:30 बजे तक, 16 अक्टूबर से 31 मार्च: सुबह 9:30 बजे से शाम 4 बजे तक, शुक्रवार को बंद
इसके साथ कहाँ जाएँ: पुराना किला, इंडिया गेट, नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट
टिप्स: पानी की बोतल और हल्का भोजन साथ रखें।, पूरे पार्क को देखने के लिए बैटरी ऑपरेटेड वाहन का उपयोग कर सकते हैं।, कूड़ा-कचरा इधर-उधर न फेंकें और परिसर को साफ रखें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 20 किलोमीटर
लागत: मेट्रो, बस, या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
19. अग्रसेन की बावली
अग्रसेन की बावली, दिल्ली के प्रमुख ऐतिहासिक और वास्तुकला महत्व के स्थलों में से एक है। यह सीढ़ीदार कुआं (स्टेपवेल) प्राचीन समय में जल संरक्षण के लिए बनाया गया था। लाल बलुआ पत्थर से बनी यह बावली अपनी रहस्यमय संरचना, शांति और भव्यता के लिए जानी जाती है। दिल्ली के आधुनिक माहौल में यह एक शांत और ऐतिहासिक स्थान के रूप में उभरती है।
किसने बनवाई: राजा अग्रसेन (माना जाता है कि इसे 14वीं शताब्दी में फिर से बनवाया गया)
स्थान: कनॉट प्लेस के पास, हaily Lane, नई दिल्ली
प्रवेश शुल्क: मुफ्त
खुलने का समय: सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक
इसके साथ कहाँ जाएँ: कनॉट प्लेस, जंतर मंतर, गुरुद्वारा बंगला साहिब
टिप्स: इतिहास और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए यह स्थान एकदम सही है।, सुबह या शाम के समय जाएँ ताकि गर्मी से बचा जा सके।, शांत वातावरण का आनंद लेने के लिए भीड़ से बचने का प्रयास करें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: बाराखंभा रोड मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 18 किलोमीटर
लागत: मेट्रो, बस, या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
20. नेहरू प्लानेटेरियम
नेहरू प्लानेटेरियम, दिल्ली का एक प्रमुख वैज्ञानिक और शैक्षिक स्थल है, जो खासकर बच्चों और युवाओं को खगोलशास्त्र (astronomy) और अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में जानकारी देने के लिए प्रसिद्ध है। इस प्लानेटेरियम का नाम पं. जवाहरलाल नेहरू के नाम पर रखा गया है, जो भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। यहाँ अंतरिक्ष और ग्रहों पर आधारित रोचक शो, सिमुलेशन, और प्रदर्शन होते हैं जो दर्शकों को आकाशगंगा और ब्रह्मांड की अद्भुत दुनिया से परिचित कराते हैं।
स्थापना वर्ष: 1984
स्थान: तुर्कमान गेट, नई दिल्ली
प्रवेश शुल्क: वयस्कों के लिए: ₹40, बच्चों (3 से 12 साल) के लिए: ₹20, विशेष शो के लिए अलग से शुल्क
खुलने का समय: मंगलवार से रविवार: सुबह 10:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक सोमवार को बंद
इसके साथ कहाँ जाएँ: इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन, लोधी गार्डन
टिप्स: पहले से टिकट बुक करें, खासकर छुट्टियों और weekends के दौरान।, शो के समय के बारे में जानकारी लेने के लिए एक गाइड की मदद लें। , प्लानेटेरियम के आसपास स्थित हरे-भरे बागों का आनंद लें।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: जनपथ मेट्रो स्टेशन
दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी: लगभग 14 किलोमीटर
लागत: मेट्रो, टैक्सी या बस द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
पर्सनल लोन दिल्ली में यात्रा करने में कैसे मदद करेगा?
दिल्ली में यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो आइए जानते हैं कि पर्सनल लोन उसकी दिल्ली में यात्रा करने
यात्रा और आवास का खर्च: यदि अस व्यक्ति के पास पर्याप्त बचत नहीं है, तो वह दिल्ली यात्रा के खर्च के लिए पर्सनल लोन ले सकते हैं।
अचानक खर्च: यात्रा के दौरान अक्सर अचानक खर्च आ जाते हैं। लोन होने से वह व्यक्ति इन खर्चों को आसानी से उठा सकते हैं।
सुविधा और फ्लेक्सबिलटी: व्यक्ति अपनी सुविधानुसार लोन की राशि और चुकाने की अवधि का चुनाव कर सकते हैं।
पर्सनल लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
आजकल, पर्सनल लोन प्राप्त करना बहुत आसान हो गया है। आवेदक हीरो फिनकॉर्प की वेबसाइट के माध्यम से निम्नलिखित स्टेप को फॉलो करके आवेदन कर सकता है:
वित्तीय संस्थान चुनें: सबसे पहले, अपनी आवश्यकताओं और योग्यता के अनुसार वित्तीय संस्थान चुनें।
ऑनलाइन आवेदन पत्र भरें: हीरो फिनकॉर्प की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ और ऑनलाइन आवेदन पत्र भरें।
आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें: लोन के आवेदन के साथ अपनी पहचान, आय और निवास का प्रमाण जमा करें।
लोन की स्वीकृति: हीरो फिनकॉर्प आवेदक के आवेदन का मूल्यांकन करेगा और लोन की स्वीकृति या अस्वीकृति के बारे में आवेदक को सूचित करेगा।
लोन की राशि का वितरण: यदि आवेदक के लोन का आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो लोन की राशि आवेदक के बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी।
निष्कर्ष
दिल्ली, भारत की राजधानी, न केवल ऐतिहासिक स्मारकों और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह खरीदारी, भोजन और मनोरंजन के शौकीनों के लिए भी एक स्वर्ग है। तो देर किस बात की? अपनी अगली छुट्टियों की योजना दिल्ली के लिए बनाएँ और इन अद्भुत पर्यटन स्थलों का आनंद लें। दिल्ली स्वागत करने के लिए हमेशा तैयार है!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. कुतुब मीनार क्या है और इसे कैसे पहचाना जा सकता है?
कुतुब मीनार दिल्ली में स्थित 73 मीटर ऊँची ईंट और पत्थर से बनी मीनार, 12वीं शताब्दी में निर्मित एक ऐतिहासिक स्मारक है। इसकी ऊंचाई और लाल बलुआ पत्थर से बनी जटिल नक्काशी इसे आसानी से पहचानने में मदद करती है।
2. लाल किला किस समय दिल्ली के पर्यटकों के लिए खुला रहता है?
लाल किला सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। शुक्रवार को किला बंद रहता है।
3. इंडिया गेट का महत्व क्या है और यह क्या प्रतिष्ठित है?
इंडिया गेट प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में बना एक युद्ध स्मारक है। यह अपनी भव्यता और देशभक्ति भावना के लिए प्रतिष्ठित है।
4. दिल्ली हाट पर क्या खास खरीदारी की जा सकती है?
दिल्ली हाट हस्तशिल्प, कलाकृति, कपड़े, गहने, और विभिन्न प्रकार के व्यंजनों सहित, भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति और विरासत को दर्शाने वाले उत्पादों की खरीदारी के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।
5. राष्ट्रीय संग्रहालय का दौरा किस प्रकार से किया जा सकता है?
राष्ट्रीय संग्रहालय में कोई भी मंगलवार से रविवार तक सुबह 9:30 बजे से शाम 5 बजे तक संग्रहालय का दौरा कर सकते हैं।
6. दिल्ली में घूमने की जगह कौन कौन-सी खुली हुई है?
दिल्ली में घूमने के लिए कई लोकप्रिय स्थान खुले हैं। इनमें लाल किला, अक्षरधाम मंदिर, इंडिया गेट, कुतुब मीनार, हुमायूं का मकबरा, लोटस टेंपल, हौज खास विलेज और दिल्ली हाट शामिल हैं।
7. दिल्ली में सबसे बढ़िया घूमने वाली जगह कौन सी है?
दिल्ली में घूमने के लिए लाल किला, कुतुब मीनार, इंडिया गेट, अक्षरधाम मंदिर, लोटस टेंपल और लोधी गार्डन सबसे बढ़िया जगहें हैं, जो हर उम्र के लोगों को आकर्षित करती हैं।
अस्वीकरण:इस ब्लॉग पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। सामग्री लेखन के समय उपलब्ध शोध और राय पर आधारित है। हालाँकि हम सटीकता सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं, हम संपूर्ण या निश्चित होने का दावा नहीं करते हैं। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे कोई भी निर्णय लेने से पहले यहां उल्लिखित किसी भी विवरण, जैसे विशिष्टताओं, सुविधाओं और उपलब्धता को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करें। हीरो फिनकॉर्प इस ब्लॉग के प्रकाशन के बाद होने वाली किसी भी विसंगति, अशुद्धि या परिवर्तन की ज़िम्मेदारी नहीं लेता है। यहां प्रस्तुत जानकारी पर भरोसा करने का विकल्प पाठक के विवेक पर है, और हम विशेष रुप से प्रदर्शित उत्पादों के बारे में नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों और विशेषज्ञों से परामर्श करने की सलाह देते हैं।
Katyaini is a finance expert with a focus on the non-banking financial sector, bringing over 8 years of experience in NBFC. She specializes in simplifying complex financial concepts for readers, helping them navigate the NBFC landscape. Outside of work, she is passionate about travelling.
The act of paying out money for any kind of transaction is known as disbursement. From a lending perspective this usual implies the transfer of the loan amount to the borrower. It may cover paying to operate a business, dividend payments, cash outflow etc. So if disbursements are more than revenues, then cash flow of an entity is negative, and may indicate possible insolvency.